Subscribe Us

header ads

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के भारत आने के बाद दिल्ली में हिंसा एक सोची समझी साजिश?

हमारे भारत की संस्कृति है "अतिथि देवो भव:", लेकिन क्या ये संस्कार दिल्ली में आराजकता की स्तिथि पैदा करने वाले भूल गए हैं। क्या उन्हें भारत देश से कोई लेना देना नहीं है?


Shaheen Bagh, आज के समय दिल्ली का जो माहौल हुआ है वो वाकई में शर्मनाक है। हमारा देश फिर से हिन्दू मुस्लिम के चिंगारी से दहकने लगा है। मई उन सभी लोगो की निंदा करता हूँ, जिनके जहाँ में हिन्दू मुस्लिम की सोंच पनप रही है। न तो हिन्दू मुस्लिम के दुश्मन हैं और ना हीं मुस्लिम हिन्दू के ये सब राजनीति करने वालो की चाल है जो हिन्दू मुस्लिम को एक दूसरे का दुश्मन बना दिए हैं।

"अतिथि देवो भव:" का संस्कार धरा का धरा रह गया।

जिस प्रकार दिल्ली के शाहीन बाग़ (Shaheen Bagh) और जफराबाद का माहौल चल रहा है, दिल्ली में रहने के नाम से नफरत सी होने लगी है। हमारे भारत की संस्कृति है "अतिथि देवो भव:", लेकिन क्या ये संस्कार दिल्ली में आराजकता की स्तिथि पैदा करने वाले भूल गए हैं। क्या उन्हें भारत देश से कोई लेना देना नहीं है? मेरे हिसाब से देखा जाये तो वो भारतीय कहलाने हक़ भी खोते जा रहे हैं क्योंकि हमारा संविधान कभी किसी को एक दूसरे का दुश्मन नहीं बनाती है।
जामिया पुस्तकालय कांड पर नया खुलासा, तीन नए वीडियो हुए वायरल

Shaheen Bagh Shaheen Bagh

जी हाँ, मैं बिल्कुल सही बोल रहा हूँ जो भी अराजकता फैला रहे हैं वो भारतीय कहलाने के लायाक नहीं हैं। एक तरफ हमारे देश के मेहमान जहाँ भारत और उसके इतिहास की तारीफों के पूल बांध रहें थे वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में हमारे देश के लोग एक दूसरे के जान के दुश्मन बने हुए थे। जब से मुठभेड़ हुई है तब से अभी तक दिल्ली में एक पुलिस वाले सहित लगभग 10 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। आखिर कब तक हमारे देश में ऐसा चलता रहेगा। शाहीन बाग़ को देख मुंबई में एक दिन पहले कुछ लोग धरने पर बैठने वाले थे लेकिन वहां की प्रशासन ने उनकी एक ना चलने दी और उनके साजिशो को नाकाम कर दी।

जाती के आधार पर आरक्षण कितना सही? क्या भीमराव अम्बेडकर ने आरक्षण के सहारे फैलाया जातिवाद?

दिल्ली में जो भी कुछ हो रहा है क्या वो सरकार को बदनाम करने की सोची समझी साजिश है? क्या देश इनका नहीं है? जरा सोचिये...

आप जरा सोचिये जिस दिन हमारे देश में अंतराष्ट्रीय मेहमान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प आये थे ये सभी उसी दिन क्यों हुआ? क्या यह सोची समझी साजिश नहीं? वो अतिथि जो पहली बार भारत आया था अगर उसके सामने ऐसी स्तिथि बानी हुई थी वो भारत के बारे में क्या बोलेगा इससे बदनामी हम सभी भारतवासियों की होगी। आराजकता फ़ैलाने वाले ये क्यों नहीं सोच रहे है? क्या भारत इनका नहीं है?

Shaheen Bagh Shaheen Bagh

जिस प्रकार कुछ तथाकथित नेताओ द्वारा दिल्ली को बंधक बनाकर,आराजक स्थित उत्पन्न कर, दिल्ली वासियों का जीना दूभर कर दिया गया है, और दिन प्रति दिन सार्वजनिक संपत्तियों का नुक़सान पहुंचाया जा रहा है, वो न तो देश हित में है, न समाज हित में। अब समय आ गया है, उन तथाकथित नेताओं को पहचान कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने का। अगर ऐसा नहीं हुआ तो ये राजनीतिक के आर में रोटी सेकने वाले किसी भी स्तर पर उतर सकते है, इनको समाज के तानेबाने से कोई सरोकार नहीं है। इनको केवल और केवल अपनी राजनीतिक से मतलब है, ये तथाकथित प्रदर्शनकारी न तो सरकार की सुनते हैं, और न हीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानने के लिए तैयार है। फिर ये किसकी सुनेगे, हमारा देश संविधान से चलेगा या मजहब से। हम सभी भारतवासियों को इसपर विचार करना ही पड़ेगा।

गायत्री मंत्र का अर्थ, गायत्री मंत्र का महत्व और लाभ

सुप्रीम कोर्ट को इस मामले पर बहुत ही कड़ा निर्णय लेना चाहिए और इन सभी नेताओं सहित आम लोगों को जो इस अराजकता के पीछे हैं उनको जेल में डाल सख्त करवाई करनी चाहिए ताकि आगे से कोई ऐसी स्तिथि पैदा करने की सोंचे भी ना।

जय हिन्द, जय भारत !

आपको यह जानकारी कैसी लगी हमारे फेसबुक पेज या ट्विटर हैंडल के जरिये हमें जरूर बताएं।

Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए जुड़े हमारे फेसबुक पेजट्विटर हैंडल, और लिंकडिन पेज से।

Post a Comment

0 Comments